सनातन धर्म पृथ्वी के सबसे प्राचीन धर्मो में से एक है | अनेक विद्वानों के अलग अलग मत है इस पर | सनातन का न आदि है न अंत है जब से सूर्य तब से सनातन धर्म है जब से चंद्र है तब से सनातन है | आज कल सनातन धर्म को हिन्दू धर्म के नाम से जाना जाता है सिंधु घाटी सभ्यते में हिन्दू धर्म के कई चिह्न मिलते है इनमे एक अज्ञात मातृदेवी की मूर्तियाँ , भगवान् शिव पशु पति जैसे देवता की शिवलिंग , पीपल की पूजा प्रमुख है | सनातन धर्म ऐतिहासिक वैदिक धर्म पर आधारित है, या हिंदू धर्म का एक वैकल्पिक नाम है। सनातन धर्म जिसे हिन्दू धर्म अथवा वैदिक धर्म भी कहा जाता है। यह धर्म अपने अन्दर कई अलग-अलग उपासना पद्धतियाँ, मत, सम्प्रदाय और दर्शन समेटे हुए हैं। हिन्दू धर्म में एक ही ईश्वर के अनेक नाम से उन्हें जाता है जैसे शिव, कृष्णा , विष्णु, ब्रम्हा, आदि नमो से विख्यात है | हिन्दू धर्म में कोई एक अकेले सिद्धान्तों का समूह नहीं है जिसे सभी हिन्दुओं को मानना ज़रूरी है। ये तो धर्म से ज़्यादा एक जीवन का मार्ग है। हिन्दुओं का कोई केन्द्रीय चर्च या धर्मसंगठन नहीं है और न ही कोई "पोप"। इसके अन्तर्गत कई मत और सम्प्रदाय आते हैं और सभी को बराबर श्रद्धा दी जाती है।
हिन्दू धर्म, जिसे हिन्दूत्व भी कहा जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न एक प्राचीन धर्म है जिसमें विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक परंपराएं शामिल हैं। यह धर्म अनेक देवताओं, मूर्तिपूजा, यज्ञ, तप, ध्यान, और कर्मकांड की अनेक परंपराओं को अपनाता है।
हिन्दू धर्म का आधार वेदों पर है, जो एक प्राचीन धार्मिक ग्रंथ हैं और इसे श्रुति कहा जाता है, यानी इसे दिव्य अनुभूति के रूप में माना जाता है। इसके बाद के सारे धार्मिक ग्रंथ श्रुति के आधार पर आए हैं, जो स्मृति कहलाते हैं।
हिन्दू धर्म में संसार, धर्म, कर्म, मोक्ष, और धर्मरक्षा के महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं। इसमें रामायण, महाभारत, भगवद गीता, उपनिषद, पुराण, और आपसे जुड़े अन्य ग्रंथों का भी महत्वपूर्ण स्थान है।
हिन्दू धर्म के अनुयायियों का विश्वास है कि जीवन का उद्देश्य धार्मिकता, नैतिकता, और मोक्ष की प्राप्ति है। हिन्दू धर्म में भक्ति, ज्ञान, और कर्म की त्रिमूर्ति का भी महत्व है।
यह धर्म बहुतात्व, तात्त्विकता, और सामंजस्य की भावना को प्रमोट करता है और विभिन्न सम्प्रदायों और आचार्यों के माध्यम से विभिन्न भक्ति पथों का पालन करता है।
यह धर्म विश्व की सबसे पुराने और विविध धर्मों में से एक है और उसकी भूमिका भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
देवी और देवता
हिन्दू धर्म में अनेक देवी , देवता है प्राचीन काल में प्राकृति - जल, वायु, पेड़ पौधे की पूजा की जाती थी | और आधुनिक काल में देवताओ को अनेक नाम से जाना जाता है और महिलाओं को पूजा जाता है एक बात और कही जा सकती है कि ज़्यादातर वैष्णव और शैव दर्शन पहले दो विचारों को सम्मिलित रूप से मानते हैं। जैसे, कृष्ण को परमेश्वर माना जाता है जिनके अधीन बाकी सभी देवी-देवता हैं और साथ ही साथ, सभी देवी-देवताओं को कृष्ण का ही रूप माना जाता है। तीसरे मत को धर्मग्रन्थ मान्यता नहीं देते।


Nice 👍
ReplyDeleteSanatan dharma 🙏🙏
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